Rajesh Sahu

CGfilm.in लोक प्रयाग मंच राजिम के संचालक राजेश साहू ने बताया कि है लोकमंच की स्थापना 26 नवंबर 2020 में मात्र सात सदस्यों के साथ किया गया था, वर्तमान में हमारी टीम में कुल 35 सदस्य है। इस क्षेत्र में आने का उद्देश्य बताते हुए कहा कि बचपन से ही नृत्य गीत से जुड़ाव था। कुछ उत्साही युवा मंच बनाने का प्रस्ताव लेकर आये। उस पर विचार कर एक ही शर्त था कि खुद का संगीत हो दूसरे मंच का नकल न हो, तब जाकर यह मंच बना।
शुरुवाती समय बहुत संघर्ष भरा रहा, पहले जगह की कमी थी, किराये से लेकर सभी कलाकारों का निरंतर अभ्यास लगन मेहनत और कुछ करने की ललक से आज इस मुकाम तक पहुँचे। उन्होंने बताया कि पहला शो हरिहर स्कूल में खुद मंच तैयार कर किया और प्रस्तुति दिए। शिवरात्रि के समय धमतरी जिले में बहुत बड़े समारोह का निमंत्रण आया। वहाँ कार्यक्रम देने के बाद हमने कभी पीछे मुड़कर नही देखा, लगातार कार्य कर रहे हैं।

अब तक 58 कार्यक्रम दे चुके हैं
उन्होंने बताया कि वे अब तक छत्तीसगढ़ के कई स्थानों में लगभग 58 प्रोग्राम दे चुके हैं। इसके अलावा अन्य राज्य महाराष्ट्र, दमोह में भी हमने छत्तीसगढ़ की महक बिखेरी है।अन्य मंच और हमारी टीम में कुछ अंतर
राजेश साहू ने आगे बताया अन्य मंच और हमारी टीम में कुछ अंतर है। गीत स्व रचित है। राजकीय गीत में विभिन्न राज्य की संस्कृति को दर्शया है, जिसमे प्रमुख है पंथी, पंडवानी, राउत, नाचा प्रमुख है।नये कलाकारों को संदेश
नये कलाकारों को संदेश देते कहा कि कार्यक्रम ऐसा हो जिसमें किसी जाति, धर्म, संस्कृति आहत न हो। हमारी टीम का उद्देश्य विलुप्त हो रही संस्कृति को एक मंच पर दिखाना है। उन्हें पुनर्जीवित कर स्थापित करना है।